बुंदेले हरबोलों के मुँह सुनी कहानी, खूब लड़ी मर्दानी वह तो, झाँसी वाली रानी थी

Yogi Adityanath : प्रथम स्वाधीनता संग्राम में अग्रणी भूमिका निभाने वाली महान योद्धा, अद्वितीय तेजस्विता, अद्भुत बलिदान, अदम्य साहस एवं नारी शक्ति की अप्रतिम प्रतीक झांसी की रानी लक्ष्मीबाई जी को उनकी पुण्यतिथि पर कोटिशः श्रद्धांजलि। आपका बलिदानी जीवन प्रत्येक भारतीय के लिए महान प्रेरणा है।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो,झाँसी वाली रानी थी"।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो,झाँसी वाली रानी थी”।
“चमक उठी सन् 57 में,वह तलवार पुरानी थी,
बुंदेले हरबोलों के मुँह सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वह तो,झाँसी वाली रानी थी”।
29 वर्ष की उम्र में अंग्रेज साम्राज्य की सेना से युद्ध कर रणभूमि में वीरगति को प्राप्त हुई
#रानी_लक्ष्मीबाई_जी की पुण्यतिथि पर शत शत नमन |
देश और मातृभूमि की रक्षा के लिए स्वतंत्रता संग्राम में ब्रिटिश साम्राज्य के विरुद्ध अपने प्राणों की आहुति देने वाली झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई जी को बलिदान दिवस पर कोटि कोटि नमन।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *