CEO Dayanand: आज उनसे फिर मुलाकात हो गई, सपनों में ही बात हो गई 2023
MyJioLife CEO Dayanand
आज उनसे फिर मुलाकात हो गई, सपनों में ही बात हो गई…


कि मुझे पता नहीं जिंदगी कहां से शुरू हुई थी, पर हां खत्म तुम पर ही होगी,,
तुम्हें पाना जिद है मेरी… तुम जिद हो मेरी,

ज़िद वह ज़िद जो रातों में सोने नहीं देती, दिन में जागने नहीं देती…।
यूं कहूं तो तुम ही मेरी सिमरन हो आखिर तुम्हारे वास्ते ही तो सब कुछ कर रहा हूं, अच्छा सुनो..
मुझे नींद नहीं आया करती…
पता है क्यों…क्योंकि मुझे लगता है कि मेरे सोने से कहीं तुम दूर चली गई तो…
नहीं जी पाऊंगा तेरे बिना….
सांसे तो सिर्फ कहने की बातें हम तो जिंदा है तुम्हारे वास्ते…

बस हर पल तुम्हें पाने की चाहत सी रहती है….! कभी-कभी तो तुम सपने में भी आती हो….
उस वक्त मेरे सारे सपने एक हो जाते, जिंदगी वास्तविकता से लगने लगती है…
मैं गर्व से कहने लगता हूं… यह जिंदगी है मेरी मुझे खुल कर जी लेने दो,,
सुबह सुबह नींद खुलते ही सब कुछ उजड़ा उजड़ा सा लगता है,
जैसे सुहानी राह में खाई आ गई हो पर खाई की गहराई मेरी जिद को और भी बदल देती है ……
वे जिद जो सब कुछ साकार करने की ज़िद रखती है…

बहुत सोचता हूं तुम्हारे बारे में कि तुम्हें पाने के बाद जी भर के तेरा दीदार करूंगा….
सारी जिंदगी तुम्हारी साय में विताऊंगा… पर उस वक्त शायद कुछ करने की जरूरत नहीं होगी इशारों में बात करेंगे…
तुम रहोगी ना मेरे पास तो मेरे पास पावर होगी सब पर हुकूमत चलाने की…
तुम हो ही ऐसी तभी तो लोग मरते हैं तुम्हें पाने के लिए…

ना जाने कितने आशिकों की जिंदगी बर्बाद की है तूने… कितनों का इल्जाम है तुम पर……..
बहुत बड़ी प्रतियोगिता होती है तुम्हें पाने के लिए इसी भीड़ में हम भी कूद पड़े किस्मत आजमाने के लिए,,
पर धीरे-धीरे जुनून इतना बढ़ता गया अब शायद कुछ नहीं मेरा तेरे सिवा…..
यूपीएससी जी मैं तुम्हारी सभी शर्तों को पूरा करके जल्दी ही तुम्हारे पास आऊंगा……
अब मैं तुम्हारा नहीं तुम मेरा इंतजार करो…
मेरे पास समय नहीं इंतजार करने का मैं तो बिजी हूं तुम्हारे शर्तों को पूरा करने में…